ॐ ह्रीं श्रीं गों, गोरक्ष नाथाय विद्महे
सूर्य पुत्रय धिमहि तन्नो, गोरकाशा निरंजनाः प्रकोदयाति
ॐ ह्रीं श्रीं गोम, हम फट स्वाहाः
ॐ ह्रीं श्रीं गोम, गोरक्ष हम फट स्वाहाः
ॐ ह्रीं श्रीं गोम गोरक्ष, निरंजनात्मने हम फट स्वाहाः
ॐ ह्रीं श्रीं गों, गोरक्ष नाथाय विद्महे
सूर्य पुत्रय धिमहि तन्नो, गोरकाशा निरंजनाः प्रकोदयाति
ॐ ह्रीं श्रीं गोम, हम फट स्वाहाः
ॐ ह्रीं श्रीं गोम, गोरक्ष हम फट स्वाहाः
ॐ ह्रीं श्रीं गोम गोरक्ष, निरंजनात्मने हम फट स्वाहाः