ॐ जय मनसा माता, मैया जय मनसा माता…
जो नर तुमको ध्याता, मनवांछित फल पाता ॥
॥ ॐ जय मनसा माता ॥
जरत्कारु मुनि पत्नी, तुम वासुकि भगिनी…
कश्यप की तुम कन्या, आस्तिक की माता ॥
॥ ॐ जय मनसा माता ॥
गर्व धन्वन्तरि नाशिनी, हंशवाहिनी देवी…
सुर-नर-मुनि-गण ध्यावत, सेवत नरनारी ॥
॥ ॐ जय मनसा माता ॥
पर्वतवासिनी संकटनाशिनी, अक्षय धनदात्री…
पुत्र पौत्रादि प्रदायिनी, मनवांछित फलदात्री ॥
ॐ जय मनसा माता…
मनसा जी की आरती, जो कोई नर गाता…
कहत शिवानंद स्वामी, सुख संपति पाता ॥
॥ ॐ जय मनसा माता ॥