भक्तो को ये कष्टों से निवारती श्री राधारमण गुरुदेव की ये आरती
भक्तो को ये कष्टों से निवारती हे दया निदे करुणा निधान
तेरे अनुपम रूप निराले ओ बाबा भोले भाले
तू सुख करता तू दुःख हरता करूं धुप द्वीप तेरी आरती
भक्तों कष्टों से निवारती श्री राधारमण गुरुदेव की ये आरती
भक्तों को है कष्टों से निवारती लव कुश है नाम मुक्ति का धाम
आश्रम है बड़ा निराला भव पार लगाने वाला
मेरी गुरुमाता के चरणों में मेरी गुरुमाता के चरणों में
श्रद्धा सुमन की आरती भक्तों को है कष्टों से निवारती
श्री राधारमण गुरुदेव की ये आरती भक्तों को ये कष्टों से निवारती
है ब्रह्म ज्ञान शक्ति अपार बिगड़ी को बनाने वाले
बैठे हैं डमरू वाले करदो कृपा बाबा भक्तों पे
हम सब गायें तेरी आरती भक्तों को ये कष्टों से निवारती
श्री राधारमण गुरुदेव की ये आरती भक्तों को ये कष्टों से निवारती
मेरे मन की आस बनू तेरा दास इतनी हो कृपा तुम्हारी
कि विपदा मिटे हमारी बाबा ढोल बजे डमरू भी बजे
बाबा ढोल बजे मृदंग भी बजे गाऊँ श्रद्धा भाव से आरती
भक्तों है कष्टों से निवारती श्री राधारमण गुरुदेव की ये आरती
भक्तों को ये कष्टों से निवारती नित सुबह शाम भजु तेरा नाम
बाबा आरती तेरी गाऊँ मैं छप्पन भोग लगाऊं
कहते गुरुवर संतोष जी हैं है ये परमेश्वर की आरती
भक्तों को है कष्टों से निवारती श्री राधारमण गुरुदेव की ये आरती
भक्तों को है कष्टों से निवारती बोलो सच्चे दरबार की जय
करौली सरकार की जय
हर हर महादेव