ॐ जय ज्वाला माई, मैया जय ज्वाला माई।
कष्ट हरण तेरा अर्चन, सुमिरण सुख दाई॥
ॐ जय ज्वाला माई… अटल अखंड तेरी ज्योति, युग युग से ही जगे।
ऋषि मुनि सुर नर सबको, बड़ी प्यारी माँ लगे॥ ॐ जय ज्वाला माई…
पार्वती रूप शिव शक्ति, तू ही माँ अम्बे।
पूजे तुम्हे त्रिभुवन के, देवता जगदम्बे॥
ॐ जय ज्वाला माई… लाखों सूरज फीके, ज्योति तेरी आगे।
तेरे चिंतन से माँ, भवका भय भागे॥ ॐ जय ज्वाला माई…
चरण शरण में चल के, जो तेरे द्वारे आये।
खाली कभी न जाए, वांछित फल पाए॥
ॐ जय ज्वाला माई… दुर्गति नाशक चंडिका, तू दानव दलनी।
दीन हीन की रक्षक, तू ही सुख करनी॥ ॐ जय ज्वाला माई…
आठों सिद्धियाँ तेरे, द्वार भरे पानी।
दान माँ तुझसे लेते, बड़े बड़े महादानी॥
ॐ जय ज्वाला माई… चरण कमल तेरे धोकर, ध्यानु ने रस था पिया।
तेरी धुन में खोकर, शीश तेरे भेंट किया॥ ॐ जय ज्वाला माई…
भक्तों के काज असंभव, संभव तू करती।
सुख रत्नों से सबकी, झोलियाँ तू भरती॥
ॐ जय ज्वाला माई… धूप दीप पुष्पों से, होए तेरा अभिषेक।
तेरे दर रंक को राजा, बनते हुए देखा॥ ॐ जय ज्वाला माई…
अष्ट भुजी सिंह वाहिनी, तू माँ रुद्राणी।
धन वैभव यश देना, हमको महारानी॥
ॐ जय ज्वाला माई… ज्योति बुझाने आये, राजे अभिमानी।
हार गए वो तुमसे, मूढ़ मति अज्ञानी॥ ॐ जय ज्वाला माई…
माई ज्वाला तेरी आरती, श्रद्धा से जो गाये।
वो निर्दोष उपासक, भव से तर जाए॥
ॐ जय ज्वाला माई…